X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
Agnipath Scheme में 'जातिवाद' की बात अनर्गल सही, विपक्ष ने दूध का दूध ,पानी का पानी करवा दिया!
'अग्निपथ योजना' के अंतर्गत भारतीय सेना के भर्ती फॉर्म में, जाति के कॉलम को मुद्दा बनाने वाले विपक्ष ने भले ही घटिया बातें की हों. लेकिन ये बातें इसलिए भी जरूरी हैं, क्योंकि इन्हीं के बाद दूध का दूध और पानी का पानी होता है. और सच निकल कर बाहर आता है.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
बिजय कुमार
@bijaykumar80
Agnipath Row: बिहार में बवाल के बीच जेडीयू-बीजेपी आमने-सामने क्यों?
अग्निपथ को लेकर जेडीयू बीजेपी के बीच के मतभेद को समझा जा सकता है. एक ओर जहां बीजेपी शासित राज्यों ने अग्निवीरों के लिए केंद्र की नौकरी के बाद राज्य सरकारों की सेवा में प्राथमिकता देने का ऑफर दिया है, तो वहीं बिहार में छात्रों के प्रदर्शन के बाद भी बीजेपी की गठबंधन साथी जेडीयू ने छात्रों के लिए ऐसी कोई घोषणा नहीं की है.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
अभिनव राजवंश
@abhinaw.rajwansh
अग्निपथ योजना मोदी सरकार के 'ख़राब पब्लिक कम्युनिकेशन' का एक और नमूना है!
नरेंद्र मोदी की सरकार में सामूहिक फैसले करने की परम्परा के बदले कुछ नेता मंत्री ही महत्वपूर्ण फैसले में शामिल होते हैं जिस कारण कई नेता, मंत्री में जानकारी का अभाव भी साफ़ तौर पर दिखता है. अब कारण चाहे जो भी हो मगर आगे से मोदी सरकार को यह जरूर ध्यान रखना होगा कि ऐसे किसी भी योजना में जिसमें विवाद की संभावना हो उसमें सरकार अपनी बात बेहतर ढंग से आम लोगों के बीच में रखे.
समाज
| 3-मिनट में पढ़ें
अनु रॉय
@anu.roy.31
युवाओं में आग भड़का कर, उसी आग में जलता छोड़ भागे खुद को उनका मसीहा बताने वाले!
Agnipath Scheme के विरोध में शांति भंग करने वाले लोगों को समझना होगा कि सही ग़लत की पहचान आपको करनी है. देखिए दो वक़्त की रोटी, सिर पे छत, परिवार की देखभाल आपको ही करनी है इसलिए आप सिर्फ़ अपना सोचिए. जिनके भड़काने पर ट्रेन, बस जला आए देखिए वो भी आज आपको छोड़ कर भाग खड़े हुए हैं.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
Agnipath Violence: दंगाइयों पर एक्शन कैसे होता है? वाराणसी के डीएम ने बखूबी बता दिया है!
अग्निपथ हिंसा पर दंगाइयों के लिए जो कुछ वाराणसी के डीएम ने कहा है काश वही बात सभी अधिकारी दोहराएं. वरना जब तक सरकार और अधिकारियों को अपनी गलती महसूस होगी तब तक बहुत देर हो जाएगी.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
समस्या 'अग्निपथ' में नहीं कहीं और है, जानने के लिए बिहार की ओर नजर घुमा लीजिए...
मोदी सरकार (Modi Government) बिहार के लोगों से उनका हक छीन लेना चाहती है. बताइए सरकारी नौकरी (Agnipath Scheme) ही नहीं रहेगा, तो लड़का के लिए दहेज कौन देगा जी? दहेज छोड़िए, कोई लड़की नहीं मिलेगी. क्योंकि, इस दुनिया में रहने वाले सारे शादीशुदा बिहारी (Bihar) तो सरकारी नौकरी ही ना करते हैं.
सियासत
| 4-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
'Agniveer बनेंगे नाजी'- विरोध की आग में तप रहे कुमारस्वामी ये क्या कह गए!
कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि आरएसएस अग्निवीरों का इस्तेमाल सेना पर कब्जा करने और भारत में नाजी शासन शुरू करने के लिए करेगा. बयान को भाजपा ने आड़े हाथों लिया और कहा कि यह सशस्त्र बलों का सीधा अपमान है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
अनुज शुक्ला
@anuj4media
CAA से अग्निपथ तक, मोदी भले विपक्ष से पूछकर सभी काम करें, विपक्षी सहमति की गारंटी नहीं है
इस बात को डंके की चोट पर कहा जा सकता है कि अग्निपथ भले ही अल्प अवधि की सेवा है- मगर अन्य सभी संविदा भर्तियों की तुलना में ज्यादा बेहतर है. विपक्ष को चाहिए कि स्कीम बंद करवाने की जिद की बजाए वह जरूरी सवालों पर ध्यानाकर्षण करे. उसे इतना भर जनादेश मिला है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
मोदी अगर 'सपनों का सौदागर' हैं तो राहुल गांधी क्या बेच रहे हैं?
कांग्रेस भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर आरोप लगाती रही हो कि वो लोगों को सिर्फ सपने (Merchant of Dreams) दिखाते हैं, पूरा नहीं करते, लेकिन सच तो ये है कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की तरफ से लोगों के लिए ऐसा कोई ठोस आश्वासन अब तक नहीं नजर आया है.